Palace of wind हवामहल 'भगवान कृष्ण के मुकुट के समान ' नज़र आता है

 





हवा महल राजस्थान राज्य के जयपुर में स्थित सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है, जो राजपूतों की शाही विरासत, वास्तकुला और संस्कृति के अद्भुत मिश्रण का प्रतीक है. ऐसे में अगर आप जयपुर घूमने जा रहे हैं तो आपको हवा महल देखने के लिए जरूर जाना चाहिए. तो आइए आज हम आपको हवा महल से जुड़ी सारी महत्वपूर्ण जानकारियों से रूबरू कराते हैं, जिससे आपको यहां की यात्रा करने में काफी मदद मिलेगी|



{इसके वास्तुकार/कारीगर :लालचंद उस्ताद थे} 

एडविन आर्नोल्ड : लिखते है कि अलादीन का जादूगर इससे अधिक मोहक निवास स्थान की सृष्टि नहीं कर सकता |





हवा महल से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां

💫 यह इमारत दुनियॉं में बिना नींव के बनी सबसे ऊँची इमारत है 
💫हवा महल को राजस्थान की सबसे प्राचीन इमारतों में से एक माना जाता है और इसे हिन्दू, राजपूत व इस्लामिक वास्तुकला द्वारा बनवाया गया है
💫हवा महल का निर्माण महाराजा सवाई जय सिंह के पोते सवाई प्रताप सिंह ने सन् 1799 में कराया था|
💫यह इमारत लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से बनाई गई है और इसमें कुल 953 छोटे-छोटे झरोखे और खिड़कियां हैं|
💫 इसकी आकर्षक झरोखे और खिडकियों की वजह से इस महल को “पैलेस ऑफ विंड्स” भी कहा जाता है|
💫हवा महल की खास बात यह है कि यह दुनिया में किसी भी नींव के बिना बनी सबसे ऊंची इमारत है. इसकी ऊंचाई 87 फिट है 
💫आपको बता दें, यह पांच मंजिला इमारत शाही महिलाओं के लिए सड़क पर रोजमर्रा की जिंदगी और समारोहों को देखने के लिए बनाई गई थी, क्योंकि उन्हें बिना चेहरा ढके सार्वजनिक उपस्थिति की अनुमति नहीं थी |
💫हवा महल के अंदर तीन छोटे मंदिर भी मौजूद हैं- गोवर्धन कृष्ण मंदिर, प्रकाश मंदिर और हवा मंदिर |






कब जाएं हवा महल?


वैसे तो साल में आप कभी भी हवा महल घूमने जा सकते हैं, लेकिन यहां जाने का सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु या फिर सर्दियों के महीनों के दौरान यानी सितंबर से मार्च तक माना गया है क्योंकि इस समय तापमान कम रहता है और मौसम ठंडा रहता है. वहीं अप्रैल से जून के दौरान यहां ना जाए क्योंकि इन महीनों में राजस्थान में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान भी काफी ज्यादा होता है|


हवा महल की टाइमिंग 


जानकारी के मुताबिक, हवा महल में घूमने का समय प्रत्येक दिन सुबह 9 बजे से शाम 4:30 बजे तक है. इस बीच आप कभी भी यहां आ सकते हैं|